#mahashivratri
काशीपते करुणया जगदेतदेक-
स्त्वंहंसि पासि विदधासि महेश्वरोऽसि ॥
हे काशीश्वर ! एक तुम्हीं करूणावश इस जगत् की उत्पति, पालन और संहार करते हो; प्रभो ! तुम ही इसके एक मात्र स्वामी हो ||
![](https://64.media.tumblr.com/9beb16fa0e80fbb659afb4ecd3442c1d/d81fbfe222637623-7e/s640x960/b69aa44e093e32560aea7bd74a63644913af391a.jpg)
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काशीपते करुणया जगदेतदेक-
स्त्वंहंसि पासि विदधासि महेश्वरोऽसि ॥
हे काशीश्वर ! एक तुम्हीं करूणावश इस जगत् की उत्पति, पालन और संहार करते हो; प्रभो ! तुम ही इसके एक मात्र स्वामी हो ||